काहिरा: अरब जगत में पहली भारतीय चेयर की स्थापना मिस्र के प्रतिष्ठित एेन शख्स विश्वविद्यालय (एएसयू) में की गई है। पिछले सप्ताह एेन शख्स विश्वविद्यालय में पहली भारतीय चेयर की शुरुआत के दौरान राजदूत संजय भट्टाचार्य ने कहा कि भारत और मिस्र के बीच सांस्कृतिक संपर्कों के बावजूद समकालीन आदान-प्रदान खासकर अकादमिक क्षेत्र में बहुत ही सीमित रहा है।
उन्होंने कहा कि जब हमने मिस्र के एेन शख्स विश्वविद्यालय में पहली भारतीय चेयर की स्थापना और नई साझीदारी की नींव रखने के लिए एक अग्रणी वैज्ञानिक उपलब्ध कराने की पेशकश की तो विश्वविद्यालय के गतिशील नेतृत्व ने बहुत त्वरित जवाब दिया और इसे सच करने के लिए सबसे सौहार्दपूर्ण माहौल उपलब्ध कराया। फैकल्टी ऑफ इंफोर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी में स्थापित चेयर ना सिर्फ मिस्र में बल्कि पूरे अरब जगत में पहली भारतीय चेयर है।
भारतीय चेयर की स्थापना तीन वर्षों के लिए की गई है और आपसी समझौते के आधार पर इसकी अवधि बढ़ायी जा सकती है। भारतीय प्रोफेसर नायडू सुब्बाराव के पहुंचने के साथ ही भारतीय चेयर का संचालन प्रारंभ हो गया।