
नई दिल्ली: ब्रिटेन से कोहिनूर को वापस लाने की भारत की मुहिम को झटका लगा है। ब्रिटेन के एशिया और पैसिफिक मामलों के मंत्री आलोक शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि कोहिनूर को लौटाने का कोई ‘लीगल ग्राऊंड’ नहीं है। शर्मा ब्रेग्जिट के बाद भारत आने वाले पहले ब्रिटिश मंत्री हैं। शर्मा ने कहा, ‘‘यह ब्रिटिश सरकार का काफी पुराना स्टैंड है।’’
सूत्रों ने बताया था कि एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला किया गया है। 1849 में ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज से पंजाब की हार के बाद सिख साम्राज्य के हाथों से कोहिनूर निकल कर कंपनी राज के कोष में पहुंच गया। उस समय ईस्ट इंडिया कंपनी का कोष लाहौर में था।
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