सुप्रीम कोर्ट द्वारा जेल भेजे जाने से कुछ हफ्ते पहले संकटग्रस्त सहारा समूह प्रमुख सुब्रत रॉय विदेश जाना चाहते थे। वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ कारोबारी चर्चा के लिए विदेश जाना चाहते थे। बाजार नियामक सेबी के वकील अरविंद दातार ने इस हाई प्रोफाइल मामले में यह खुलासा किया है।
सेबी और सहारा के बीच लंबे समय से चल रही कानूनी लड़ाई को दातार ने दिलचस्प मामला करार दिया। उन्होंने कहा कि जैसा कि इस लाइन का इस्तेमाल किया जाता है कि पिक्चर अभी बाकी है, हमें नहीं मालूम कि यह हमें कब और कहां ले जाएगा।
बता दें कि रॉय को 4 मार्च, 2014 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में भेजा गया था और तब से वह जेल में हैं। शुक्रवार शाम को ‘सहारा बनाम सेबी’ मामले पर एक व्याख्यान में प्रसिद्ध अधिवक्ता दातार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई के प्रॉपर्टी से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान रॉय को देश नहीं छोडऩे को कहा था।