ढाका: आतंकवाद के खिलाफ ‘बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने’ की नीति का संकल्प लेते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आज भारत को भरोसा दिलाया कि बांग्लादेश किसी भी देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल नहीं होने देगा।
बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज हसीना से उनके आधिकारिक निवास गणभवन में मुुलाकात की और दोनों देशों के बीच सैन्य एवं सुरक्षा संबंधों को मजबूत बनाने के कदमों पर चर्चा की। हसीना ने पर्रिकर से कहा,‘‘हम किसी भी तरह के आतंकवाद और चरमपंथ को बर्दाश्त नहीं करेंगे और हम अपनी सरजमीं का इस्तेमाल किसी देश के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिये नहीं होने देंगे।’’
हसीना के प्रेस सचिव अहसनुल करीम के अनुसार प्रधानमंत्री ने मुक्ति संग्राम में भारतीय सशस्त्र बलों के योगदान को याद किया और पर्रिकर से कहा कि वह अपने आगामी भारत दौरे पर उन भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगी जिन्होंने 1971 के मुक्ति संग्राम में अपना बलिदान दिया। पर्रिकर ने कहा,‘‘एक मित्र देश के तौर पर हमारी नैतिक जिम्मेदारी थी कि हम मुक्ति संग्राम में बांग्लादेश की मदद करें और हमने सहयोग किया।’’ मुलाकात के बाद पर्रिकर ने हसीना को उस हेलीकॉप्टर की एक प्रतिकृति सौंपी जिसका इस्तेमाल बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के समय हुआ था। उन्होंने उस युद्ध में भाग लेने वाले जवानों की तस्वीरें भी सौंपीं।