Wednesday , March 29 2023 3:35 AM
Home / News / जापान के साथ मिलकर नाटो ने चीन को सुनाई खरी-खोटी, रूस को भी कहा बुरा-भला

जापान के साथ मिलकर नाटो ने चीन को सुनाई खरी-खोटी, रूस को भी कहा बुरा-भला


उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने मंगलवार को ‘पड़ोसियों पर धौंस जमाने तथा ताइवान को धमकाने’ के लिए चीन की तीखी आलोचना की और इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के लिए जापान और अन्य लोकतांत्रिक देशों को गठबंधन के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। टोक्‍यो की यात्रा पर पहुंचे स्टोल्टेनबर्ग ने इसे नाटो और जापान के लिए अहम क्षण करार देते हुए कहा कि चीन और रूस अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था के खिलाफ अधिनायकवादी रुझान का नेतृत्व कर रहे हैं।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र का जिक्र – उन्होंने कहा कि ट्रांस अटलांटिक और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा आपस में घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई हैं। स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जीत एक संदेश देगी कि अधिनायकवादी सरकारें बर्बर तरीके से अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकती हैं, लेकिन ‘यह खतरनाक’है। उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध से वैश्विक खतरा पैदा होने पर जापान के साथ मजबूत संबंधों का आह्वान किया। वह अपनी पूर्वी एशियाई देशों की यात्रा के तहत जापान में हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारी सुरक्षा निकटता आपस में जुड़ी हुई हैं।’
जापान और नाटो के रिश्‍ते – यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के खिलाफ अमेरिका की अगुवाई में आर्थिक प्रतिबंध लगाने वाले देशों में जापान तुरंत शामिल हो गया था तथा उसने यूक्रेनी नागरिकों को मानवीय सहायता तथा गैर-लड़ाकू रक्षा उपकरण भी उपलब्ध कराए। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने चिंता जतायी कि यूरोप में रूस की आक्रामकता एशिया में भी हो सकती है, जहां चीन की आक्रामकता तथा ताइवान के समीप उसके बढ़ते तनाव को लेकर पहले ही चिंता व्याप्त है। जापान ने हाल में नाटो से अपने संबंध मजबूत किए हैं।

About indianz xpress

Pin It on Pinterest

Share This