पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने रिटायरमेंट से पहले अपनी आखिरी पब्लिक स्पीच दी है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना की आलोचना करने पर बिना नाम लिए इमरान खान पर निशाना साधा। बाजवा ने कहा कि राजनीति से जुड़े लोगों को सेना को इंपोर्टेड या सिलेक्टेड नहीं बुलाना चाहिए और देश के लिए आगे बढ़ना चाहिए। सेना प्रमुख ने यह बयान शहीद दिवस के मौके पर दिया। पाकिस्तान में हर साल 6 सितंबर को शहीद दिवस मनाया जाता है। लेकिन इस साल पाकिस्तान में बाढ़ के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इस दौरान अपनी स्पीच में उन्होंने भारतीय सेना पर आरोप मढ़ने का मौका नहीं छोड़ा।
बाजवा ने कहा, ‘भारतीय सेना की उनके लोग आलोचना नहीं करते। पाकिस्तान की सेना दिन-रात देश की सेवा में लगी रहती है और उसे आलोचना का शिकार होना पड़ता है। इसकी बड़ी वजह ये हो सकती है कि पिछले 70 साल से सेना का राजनीति में दखल रहा है जो असंवैधानिक है। इसीलिए फरवरी में सेना ने काफी विचार विमर्श के बाद फैसला लिया है कि वह किसी भी राजनीतिक मामले में दखल नहीं देगी। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम इसका सख्ती से पालन करेंगे।’