भारत ने तीसरे टी-20 मैच में इंग्लैंड को 75 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली। बेंगलुरु में बुधवार को हुए इस मैच में टीम इंडिया ने मेहमान टीम को जीत के लिए 203 रन का टारगेट दिया था। जवाब में पूरी इंग्लिश टीम 127 रन पर आउट हो गई। एक वक्त इंग्लैंड के 119 रन पर 2 विकेट थे। इसके बाद 19 बॉल में उसने 8 रन पर 8 विकेट गंवा दिए। इससे कम रन पर 8 विकेट गंवाने का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम है। कीवी ने 1946 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में 5 रन बनाने में 8 विकेट गंवाए थे। आखिरी मैच में टीम इंडिया की जीत के 5 हीरो रहे। इनकी वजह से भारत ये मैच और सीरीज अपने नाम कर सका।
इन पांच प्लेयर्स ने दिलाई जीत…
– युजवेंद्र चहल: 10 साल में पहली बार भारतीय बॉलर ने एक मैच में 6 विकेट लिए हैं।
– सुरेश रैना: 7 साल और 37 पारी के बाद फिफ्टी।
– एमएस धोनी: 10 साल, 76 मैच में पहली फिफ्टी।
– युवराज सिंह: 10 बॉल में 27 रन।
– जसप्रीत बुमराह: तीन विकेट लिए।
इस तरह गिरे आखिरी 19 बॉल पर इंग्लैंड के 8 विकेट
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ऐसा रहा मैच का रोमांच:
– मैच में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए भारत की टीम ने 20 ओवरों में 6 विकेट पर 202 रन बनाए।
– भारत का पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद रैना और धोनी ने मैच में शानदार फिफ्टी लगाई।
– जवाब में टारगेट का पीछा करने उतरी इंग्लैंड का पहला विकेट गिरने के बाद जेसन रॉय और जो रूट ने टीम को संभाला।
– इस जोड़ी को सातवें ओवर में अमित मिश्रा ने तोड़ा। उन्होंने रॉय को आउट कर दिया, यहीं से मैच पलटने लगा।
– इसके बाद फिर मोर्गन और रूट ने मिलकर शानदार बैटिंग की। दोनों ने मिलकर 64 रन जोड़े।
– लेकिन 14वें ओवर में 119 के स्कोर पर मोर्गन के आउट होते ही इंग्लैंड की इनिंग बिखर गई।
– इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। इंग्लैंड के आखिरी 8 बैट्समैन केवल 8 रन के अंदर आउट हुए। 5 बैट्समैन तो 0 के स्कोर पर आउट हुए।
– इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट की हिस्ट्री में ये आखिरी 8 बैट्समैन की दूसरी सबसे घटिया परफॉर्मेंस है।
युजवेंद्र चहल ने की जबरदस्त बॉलिंग
– इस मैच में युजवेंद्र चहल ने करियर की बेस्ट बॉलिंग करते हुए 4 ओवर में 25 रन देकर 6 विकेट झटके।
– चहल ने ही दूसरे ओवर में सेम बिलिंग्स (0) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई।
– इसके बाद चहल ने 14वें ओवर में लगातार दो बॉल पर मोर्गन (40) और जो रूट (42) जैसे सेट बैट्समैन को आउट कर इंग्लैंड की हालत खराब कर दी।
– चहल के दिए इन दो झटकों के बाद इंग्लैंड की टीम संभल नहीं सकी और बाकी विकेट भी जल्दी-जल्दी गिर गए।
– 16वें ओवर में चहल ने तीन विकेट लेकर रही-सही कसर पूरी कर दी। इस ओवर में उन्होंने मोइन अली, बेन स्टोक्स और क्रिस जॉर्डन को आउट किया।
– चहल ने इस मैच में टी-20 में किसी भी भारतीय की ओर से बेस्ट परफॉर्मेंस दी। चहल की ये बॉलिंग टी-20 हिस्ट्री में दुनिया की तीसरी बेस्ट परफॉर्मेंस है।
– इस मैच में परफॉर्मेंस से चहल मैन ऑफ द मैचतो बने ही साथ ही सीरीज में सबसे ज्यादा 8 विकेट लेने की वजह से उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी मिला।
सुरेश रैना की शानदार फिफ्टी
– मैच में सुरेश रैना ने केवल 45 बॉल पर 63 रन की इनिंग खेली। जिसमें उन्होंने 2 चौके और 5 सिक्स भी लगाए।
– जब रैना बैटिंग करने आए थे तब टीम इंडिया 4 रन के स्कोर पर विराट कोहली का विकेट गंवा चुकी था।
– ऐसे में बेहद दबाव के बीच रैना ने लोकेश राहुल के साथ संभलकर बैटिंग करते हुए 37 बॉल पर 61 रन जोड़े।
– क्रीज पर सेट होने के बाद रैना ने काफी तेजी से रन बनाए। उन्होंने अपने 50 रन केवल 39 बॉल पर पूरे किए थे।
– धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए उन्होंने 37 बॉल पर 55 रन की पार्टनरशिप की।
– रैना ने करीब सात साल बाद इस मैच में भारत के लिए टी-20 में फिफ्टी लगाई। इससे पहले जून 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ फिफ्टी लगाई थी।
धोनी की यादगार इनिंग
– इस मैच में धोनी ने अपने टी-20 करियर की पहली फिफ्टी लगाई। वे केवल 36 बॉल पर 56 रन बनाकर आउट हुए।
– अपनी इनिंग के दौरान धोनी ने 5 चौके और 2 सिक्स भी लगाए। धोनी ने अपनी फिफ्टी केवल 32 बॉल पर पूरी कर ली थी।
– धोनी ने करियर के इस 76वें टी-20 मैच को खेलते हुए पहली फिफ्टी लगाई।
– इससे पहले तक टी-20 में उनका हाइएस्ट स्कोर 48* रन था। जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में फरवरी 2012 में बनाया था।
– धोनी ने युवराज के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 28 बॉल पर 57 रन जोड़े थे। धोनी की इनिंग की वजह से ही बीच के ओवर्स में बिना विकेट गंवाए टीम इंडिया के रन बनते रहे।
युवराज की विस्फोटक बैटिंग
– इस मैच में युवराज सिंह ने एकबार फिर बैटिंग में अपना खतरनाक अंदाज दिखाया।
– मैच में उन्होंने केवल 10 बॉल खेलीं, लेकिन इन पर 270 के स्ट्राइक रेट से 27 रन बना डाले।
– युवराज ने क्रिस जॉर्डन के 18वें ओवर में 3 सिक्स और 1 चौका लगाकर इंग्लैंड को दबाव में ला दिया।
– जॉर्डन के इस ओवर में कुल 24 रन बने। हालांकि अगले ही ओवर की पहली बॉल पर युवराज आउट हो गए।
– टीम इंडिया के बड़े स्कोर बनने के पीछे युवराज के बनाए 27 रन ने बेहद इंपोर्टेंट रोल निभाया।
– मैच खत्म होने के बाद युवी की इस इनिंग को कप्तान विराट कोहली ने मैच के टर्निंग प्वाइंट में से एक बताया।
बुमराह ने दिए सबसे कम रन, लिए तीन विकेट
– मैच में बुमराह ने 2.3 ओवर बॉलिंग की। जिसमें उन्होंने केवल 14 रन देकर 3 विकेट झटके।
– इस हाइस्कोरिंग मैच में बुमराह भारत के सबसे कंजूस बॉलर साबित हुए। उन्होंने केवल 5.6 की इकोनॉमी से रन दिए।
– सबसे किफायती बॉलिंग करने के अलावा उन्होंने तीन विकेट भी लिए।
– उन्होंने जोस बटलर, लियाम प्लंकेट और टियाम मिल्स को आउट किया।