Thursday , April 18 2024 5:08 PM
Home / Uncategorized / अफगानिस्तान में बिजली के खंभे से टकराया तालिबानी हेलीकॉप्टर, हादसे में दो पायलटों की मौत

अफगानिस्तान में बिजली के खंभे से टकराया तालिबानी हेलीकॉप्टर, हादसे में दो पायलटों की मौत


तालिबान शासित अफगानिस्तान की वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर गश्त लगाने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है. अफगानिस्तान के रक्षा विभाग के मुताबिक, उत्तरी समांगन प्रांत के पास गश्त करने के दौरान हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया. जिसमें हेलीकॉप्टर सवार दो पायलटों की मौत हो गई.
तालिबान के रक्षा विभाग ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि वायुसेना का एमडी-530 हेलीकॉप्टर एक हाईवोल्टेज वाले बिजली के खंभे से टकरा गया था. इसकी वजह से हेलीकॉप्टर में कुछ तकनीकी खराबी आ गई और यह क्रैश होकर गिर पड़ा. हादसे में दोनों पायलटों की मौत हो गई.
तकनीकी खराबी के चलते हो रहे हादसे – जानकारी के मुताबिक, समांगन प्रांत के खुल्म जिले में ये हादसा हुआ. अफगानिस्तान में तालिबान के सूचना विभाग के प्रमुख ने भी हादसे की पुष्टि कर दी है. स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि ये पहला सैन्य हेलीकॉप्टर हादसा नहीं है. इससे पहले भी कई बार तकनीकी खराबी के चलते कई हेलीकॉप्टर हादसे हो चुके हैं. इन हादसों में कई पायलटों की मौत हो चुकी है.
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही वायुसेना के कई हेलीकॉप्टर अज्ञात कारणों के चलते हादसों का शिकार होते रहे हैं. इन हादसों की जांच में तकनीकी खराबी की वजह साफ नहीं हो पाई है.इससे पहले बीते साल 10 सितंबर को अमेरिका में बना हुआ ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर एक मिलिट्री ट्रेनिंग के दौरान काबुल में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. तब अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी.
कई अमेरिकी हेलीकॉप्टर पर तालिबान का कब्जा – अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद नाटो सैन्य संगठन और अमेरिका की फौजें देश छोड़कर चली गई थीं. दावा किया जाता है कि इस दौरान अमेरिका को अपने कई जंगी हथियार और सैन्य साजो-सामान अफगानिस्तान में छोड़कर जाना पड़ा था.
तालिबान सरकार के कब्जे में कितने अमेरिकी हेलीकॉप्टर हैं, इसके बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है. बीते साल तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद अगस्त में अमेरिका के समर्थन वाली सरकार गिर गई थी. इस दौरान कई अफगानिस्तानी पायलट मध्य एशिया के देशों में चले गए थे.