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इमरान खान का झोली फैलाना आया काम, सऊदी अरब ने कंगाल पाकिस्‍तान को दिया 3 अरब डॉलर का ‘दान’

विश्‍वबैंक से लेकर आईएमएफ तक लोन मिलने में निराशा मिलने के बाद पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्‍मद बिन सलमान के आगे झोली फैलाना आखिर काम कर गया है। सऊदी फंड फॉर डिवलपमेंट ने ऐलान किया है कि वह स्‍टेट बैंक ऑफ पाकिस्‍तान में 3 अरब डॉलर जमा करेगा ताकि पाकिस्‍तान के विदेशी मुद्राकोष की मदद की जा सके। सऊदी अरब ने पाकिस्‍तान को यह बड़ी राहत ऐसे समय पर दी है जब देश की अर्थव्‍यवस्‍था दिवालिया होने की कगार पर है।
पाकिस्‍तानी टीवी चैनल जिओ न्‍यूज के मुताबिक सऊदी फंड ने यह भी बताया कि एक आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है जिसके तहत इस साल तेल उत्‍पादों के व्‍यापार के वित्‍तपोषण के लिए पाकिस्‍तान को 1.2 अरब डॉलर दिया जाएगा। पाकिस्‍तान को मिलने जा रही इस सऊदी मदद की पुष्टि पाकिस्‍तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी और ऊर्जा मंत्री हमद अजहर ने की है।
‘विदेशी मुद्राकोष पर पैदा हुए दबाव को कम करने में मदद मिलेगी’ : अजहर ने कहा, ‘इससे वैश्विक स्‍तर पर सामानों के दामों में हुई वृद्धि से व्‍यापार और विदेशी मुद्राकोष पर पैदा हुए दबाव को कम करने में मदद मिलेगी।’ इससे पहले मई महीने में फवाद चौधरी ने कहा था कि सऊदी अरब पाकिस्‍तान के लिए तेल सुविधा को फिर शुरू करने पर सहमत हो गया है। इससे पहले अपनी एक अन्‍य यात्रा के दौरान इमरान खान ने सऊदी अरब से तेल आपूर्ति के संबंध में अनुरोध किया था।
इससे पहले लोन लेकर लोन चुका रहे कंगाल पाकिस्‍तान को अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष ने बड़ा झटका दिया था। आईएमएफ ने पाकिस्‍तान को एक अरब डॉलर का लोन देने से इनकार कर दिया था। आईएमएफ को मनाने के लिए इमरान सरकार ने बिजली और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी वृद्धि की लेकिन इससे भी वैश्विक संस्‍था को संतुष्‍ट नहीं किया जा सका। आईएमएफ से कर्ज नहीं मिलने से अब पीएम इमरान खान को एक बार फिर से सऊदी अरब के आगे झोली फैलाना पड़ा है।
इमरान खान सरकार लगातार लोन चुकाने के लिए लोन ले रही : दरअसल, आईएमएफ ने पाकिस्‍तान सरकार के गिड़गिड़ाने पर उसे तबाही के कगार पहुंची अर्थव्‍यवस्‍था को बचाने के लिए 6 अरब डॉलर का एक्‍सटेंडेड फंड फैसिलिटी दिया था। इसके तहत एक अगली किश्‍त के रूप में एक अरब डॉलर दिया जाना था। पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्‍तान सरकार और आईएमएफ के बीच इस पैसे को लेकर बात नहीं बन पाई है। विदेशी कर्ज नहीं लेने का वादा करके आई इमरान खान सरकार लगातार लोन चुकाने के लिए लोन लेती जा रही है।
हाल में ही पाकिस्तान की संसद में इमरान खान सरकार ने कबूल किया था कि अब हर पाकिस्तानी के ऊपर अब 1 लाख 75 हजार रुपये का कर्ज है। इसमें इमरान खान की सरकार का योगदान 54901 रुपये है, जो कर्ज की कुल राशि का 46 फीसदी हिस्सा है। कर्ज का यह बोझ पाकिस्तानियों के ऊपर पिछले दो साल में बढ़ा है। यानी जब इमरान ने पाकिस्तान की सत्ता संभाली थी तब देश के हर नागरिक के ऊपर 120099 रुपये का कर्ज था।