Monday , June 30 2025 6:33 AM
Home / Sports / सिर्फ तीन भारतीय इंटरनेशनल खिलाड़ी पूरे सीजन बेंच पर बैठे रह गए, एक मैच में भी मौका नहीं मिला

सिर्फ तीन भारतीय इंटरनेशनल खिलाड़ी पूरे सीजन बेंच पर बैठे रह गए, एक मैच में भी मौका नहीं मिला


आईपीएल 2025 में आरसीबी की जीत के साथ कई युवा खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी। इस बीच भारत के ही कई इंटरनेशनल खिलाड़ियों को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
आईपीएल 2025 का एक्शन खत्म हो गया है। आरसीबी ने पंजाब किंग्स को हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। आईपीएल के हर सीजन कुछ युवा अनकैप्ड खिलाड़ी अपनी छाप छोड़ते हैं। इस बार भी प्रियांश आर्य से लेकर अश्वनी कुमार ने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया। हालांकि दो ऐसे बदकिस्तम भारतीय खिलाड़ी भी रहे जो इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं, लेकिन आईपीएल में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया।
केकेआर के लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय – आईपीएल 2025 की नीलामी में केकेआर ने लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय को 30 लाख रुपये में खरीदा था। मयंक को हैदराबाद ने पिछले दो सीजन में 17 मैच खेलने का मौका दिया लेकिन केकेआर में उन्हें एक भी मैच नहीं मिला। 2018 सीजन में मुंबई के लिए 15 विकेट लेकर मयंक पहली बार चर्चा में आए थे। 2019 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लिए एकमात्र टी20 मैच खेला था। उन्होंने 4 ओवर में 31 रन खर्च लिए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी। नरेन और वरुण चक्रवर्ती की वजह से उन्हें एक भी मैच नहीं मिला।
कुलदीप और जयंत भी बेंच पर रहे – 28 साल के तेज गेंदबाज कुलदीप सेन के पास लगातार 140 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंद डालने की क्षमता है। राजस्थान रॉयल्स के लिए 12 मैचों में उन्होंने 14 शिकार किए थे। इस सीजन पंजाब किंग्स ने 80 लाख रुपये में मध्य प्रदेश के इस पेसर को खरीदा। लेकिन वह पूरी सीजन बेंच पर रहे। कुलदीप ने भारत के लिए एकमात्र वनडे 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। उस मुकाबले में उन्होंने दो शिकार भी किए थे।
जयंत यादव भारत के लिए 6 टेस्ट और 2 वनडे खेल चुके हैं। उनके नाम टेस्ट में शतक भी है। इसके अलावा वह 17 शिकार कर चुके हैं। इसके बाद भी गुजरात टाइटंस के लिए बेंच पर रहे। 2015 में आईपीएल डेब्यू करने वाले जयंत ने अभी तक सिर्फ 20 मुकाबले खेले हैं।
इन्हें भी न के बराबर मौका – टी20 वर्ल्ड कप में खेल चुके राहुल चाहर को सनराइजर्स हैदराबाद ने सिर्फ एक मैच में मौका दिया और उन्हें एक ही ओवर डाला। केकेआर ने चेतन सकारिया को भी एक ही मैच में मौका दिया। डेथ ओवर के स्पेशलिस्ट माने जाने वाले टी नटराजन 10.75 करोड़ में खरीदने के बाद भी दिल्ली कैपिटल्स ने एक ही मैच खिलाया।