
इन शक्तिशाली शिव मंत्रों से करें भोले बाबा को खुश : देवाधिदेव महादेव को प्रसन्न करने के लिए सावन का महीना सबसे उत्तम माना गया है। शिवपुराण के रुद्रसंहिता में बताया गया है कि सावन के महीने में हर रोज जो भी सच्चे मन से शिव के इन पांच मंत्रों को जप करता है, उस पर हमेशा शिवकृपा बनी रहती है। सावन में इन मंत्रों के जप से भगवान शिव अपने भक्तों को जीवन मरण के चक्र से मुक्त कर देते हैं क्योंकि शिव सृष्टि के संहारक भी हैं और पालक भी। सावन में भगवान शिव ही सृष्टि का संचालन करते हैं। आइए जानते हैं इन पांच शक्तिशाली मंत्रों के बारे में….
दूर होता है मृत्यु का भय :
ओम त्र्यंबकम याजमाहे सुगंधिम पुष्ठी वर्धनम
उर्वारुकैमिवा बंधनाथ श्रीमती सुब्रमण्यम
शिवपुराण में सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जप करने का विशेष महत्व बताया गया है। इस मंत्र के जप से संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही इसका जप करने से मृत्यु के भय और जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है।
शिवपुराणः सावन में करें इस मंत्र का जप, भगवान शिव देंगे साक्षात दर्शन
होती है आत्मा की शुद्धि :
करारचंद्रम वैका कायाजम कर्मगम वी
श्रवणनजम वा मनामम वैद परामहम
विहितम विहिताम वीए सर मेट मेटाट
क्षासव जे जे करुणाबधे श्री महादेव शंभो
सावन में इस मंत्र का जप करना विशेष फलदायी माना गया है। सावन में हर रोज इस मंत्र का जप करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं। सावन में हर रोज इस मंत्र के जप से आत्मा की शुद्धि होती है और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।
होती है धन की प्राप्ति : ओम नमः शिवाय
यह बहुत प्रचलित शिव मंत्र है। इस मंत्र का मतलब है, ‘मैं भगवान शिव को नमन करता हूं’। सावन में हर रोज इस मंत्र का 108 बार जप करने से आत्मा पवित्र होती है और भगवान शिव की कृपा मिलती है। साथ ही धन की प्राप्ति होती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
भोलेनाथ का मिलता है आशीर्वाद : शिवपुराण के अनुसार, जो व्यक्ति सावन में हर रोज शिव तांडव स्तोत्र का जप करता है, उसे भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। किसी प्रकार की तंत्र, मंत्र और शत्रु परेशान कर रहा है तो शिव तांडव स्तोत्र आपके लिए काफी लाभदायक होगा। इसका पाठ करने से जीवन में विशेष उपलब्धियां प्राप्त होती हैं और हर क्षेत्र में कामयाबी मिलती है।
सभी समस्याएं होती हैं दूर : ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
यह बहुत शिव गायत्री मंत्र बहुत शक्तिशाली मंत्र बताया जाता है। सावन में हर रोज इस मंत्र का जप करने से सभी समस्याएं दूर होती हैं। यह मंत्र भगवान शिव के सभी रूपों की पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सावन में हर रोज जप से भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है और सभी तरह के रोग भी दूर रहते हैं।
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