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मासिक धर्म से जुड़ी इन बातों को जरूर जान लें, इसे लेकर शास्त्र और विज्ञान क्या कहता है?


मासिक धर्म या पीरियड होना महिलाओं के लिए सामान्य है. यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे हर महीने महिलाओं को गुजरना पड़ता है. लेकिन मासिक धर्म के दौरान कई नियमों का पालन करना पड़ता है और इस दौरान कई कार्य भी वर्जित माने जाते हैं.
हिंदू धर्म में मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को मंदिर जाने, अचार छूने, पूजा करने, खाना पकाने, पेड़-पौधों के छूने और बाल धोने आदि जैसे कई कार्य वर्जित होते हैं. शास्त्रों में भी पीरियड के दौरान पूरे तीन दिनों तक बाल न धोने की बात कही गई है. साथ ही विज्ञान में भी इसके कारण को बताया गया है. हालांकि आजकल कुछ महिलाएं इन नियमों का पालन नहीं करती हैं.
लेकिन क्या आप जानती हैं कि, पीरियड के दौरान तीन दिनों तक बाल न धोने का कारण वास्तव में आपके सेहत से जुड़ा हुआ है. इसलिए जान लीजिए कि पीरियड के तीन दिनों में बाल धोने से क्या-क्या नुकसान झेलने पड़ सकते हैं.
शास्त्रों के अनुसार जानिए क्यों पीरियड में तीन दिनों तक बाल नहीं धोने चाहिए – हिंदू धर्म में घर की महिला को लक्ष्मी का रूप माना जाता है. इसलिए घर की महिलाओं को शास्त्रों मे निहित बातों का अनुसरण करना चाहिए, जिससे कि घर की सुख-समृद्धि बनी रहे. महिलाओं द्वारा इन नियमों का पालन न करने पर इसका प्रभाव घर की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ सकता है.
शास्त्रों में मासिक धर्म में तीन दिनों तक महिलाओं का बाल धोना वर्जित माना गया है. मासिक धर्म के दौरान महिला को पूजा-पाठ आदि जैसे कार्यों के लिए अपवित्र माना जाता है. मासिक धर्म खत्म होने के बाद या फिर कम से कम तीन दिनों के बाद ही बाल धोने की सलाह दी जाती है, जिससे शरीर पूरी तरह पवित्र हो सके.
क्या करें अगर पीरियड में धोना पड़ जाए बाल – – आज आधुनिक युग का दौर है और महिलाएं भी पुरुष की तरह कामकाजी हैं. इसलिए कई बार बाल धोना जरूरी हो जाता है. लेकिन ऐसी स्थिति में क्या करें जब पीडियड के तीन दिनों से पहले ही बाल धोने की जरूरत पड़ जाए. शास्त्रों में इसके उपाय के बारे में भी बताया गया है. इन उपायों को अपनाकर आप वर्जित दिनों में भी बाल धो सकती हैं. इससे कोई दोष नहीं लगता और ना ही शरीर को नुकसान होता है.
यदि पीरियड के दौरान बाल धोने की आवश्यकता पड़ जाए तो शैम्पू या साबुन का प्रयोग जरूर करें. पहले के समय में महिलाएं मासिक धर्म के दौरान पवित्रता के लिए मिट्टी से बाल धोती थीं.
पीडियड के दौरान बाल धोने के लिए पानी में सेंधा नमक मिलाकर बाल धो सकते हैं. इससे शरीर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
पीडियड के दिनों में सिर धोने के लिए हमेशा गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करें. इससे सेहत से जुड़ी समस्याएं बढ़ने का खतरा कम हो जाता है और शरीर को भी आराम मिलता है.
लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मासिक धर्म खत्म होने के बाद अपने बालों को जरूर धोएं. क्योंकि शास्त्रों के अनुसार बाल धोए बिना मासिक धर्म के बाद आपका शरीर शुद्ध नहीं माना जाता है.
पीरियड के दौरान बाल धोने को लेकर क्या कहता है विज्ञान – शास्त्रों में कही कई बातों और नियम का संबंध विज्ञान से भी जुड़ा होता है. यदि विज्ञान के नजरिए से देखें तो पीरियड के दौरान बाल न धोने या धोने का कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है. इसके अनुसार आप किसी भी दिन बाल धो सकती हैं.
लेकिन कुछ शोध से पता चलता है कि, पीरियड में बाल धोना इसलिए भी वर्जित माना गया है क्योंकि, इस दौरान बाल धोने से शरीर का तापमान कम हो जाता है और ब्लीडिंग खुलकर नहीं हो पाती, जिससे महिलाओं को सेहत से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है.
यदि सही तरीके से ब्लीडिंग नहीं हुई तो इससे संक्रमण, पेट संबंधी परेशानी आदि हो सकती है. यदि सही तरीके से ब्लीडिंग नहीं हुई तो गांठें बन सकती है, जिससे कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है और कभी-कभी तो डीएनसी की नौबत भी आ जाती है.