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सऊदी अरब की पहली महिला एस्ट्रोनॉट बनीं रय्याना बरनावी, जानें उनके बारे में सबकुछ


रय्याना बरनावी ने सऊदी अरब की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है. उन्होंने एक्सिओम स्पेस की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक मिशन में भाग लेकर यह कीर्तिमान बनाया. बरनावी ने 21 मई को अपने मिशन की शुरुआत की.
बीबीसी के रिपोर्ट के अनुसार, रय्याना बरनावी के अलावा तीन अन्य लोगों ने अंतरिक्ष के लिए उड़ा भरी है. बरनावी निजी एक्स-2 मिशन के हिस्से के रूप में रविवार (21 मई, 2023) को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के सफर पर निकली. इनके साथ सऊदी अरब के अली अलकर्णी और अपनी खुद की स्पोर्ट्स कार ‘रेसिंग’ टीम शुरू करने वाले टेनेसी के कारोबारी जॉन श्नॉफर भी रॉकेट में सवार हैं.
पैगी व्हिटसन कर रहे हैं मिशन का नेतृत्व – रिपोर्ट के अनुसार, बरनावी उस टीम का हिस्सा हैं, दक्षिणी राज्य फ्लोरिडा के केप कैनावेरल में कैनेडी स्पेस सेंटर से रविवार की शाम 5:37 बजे स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर सवार होकर उड़ान भरी. इस ग्रुप में नासा के एक पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन भी शामिल हैं, जो आईएसएस के लिए अपनी चौथी उड़ान भर रहे हैं. व्हिटसन ही इस मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं.
आठ दिनों तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेगी टीम – इसके साथ ही जॉन शॉफनर एक एविएटर, जिन्हें इस मिशन के लिए पायलट की जिम्मेदारी दी गई है. बरनावी के हमवतन अली अकरनी दोनों एक्स-2 के दौरान मिशन विशेषज्ञ के तौर पर काम करेंगे. ये ग्रुप कई तरह के प्रयोग करने के लिए लगभग आठ दिनों तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहेंगे. अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने से पहले अंतरिक्ष में रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में बरनावी ने कहा, “दुनिया भर के लोगों के लिए भविष्य बहुत उज्ज्वल है. मैं चाहूंगी कि आप बड़े सपने देखें, खुद पर विश्वास करें और मानवता में विश्वास करें.
जानें कौन हैं रय्याना बरनावी – बरनावी 1988 में सऊदी अरब के जेद्दाह में पैदा हुई थीं. पेशे से एक ब्रेस्ट कैंसर रिसर्चर रेयाना बरनावी ने स्पेस एंड टेक्नोलॉजी फील्ड की पढ़ाई कर रखी है. वह सऊदी अरब की पहली ऐसी महिला हैं, जिन्होंने यह खास पढ़ाई की है. बरनावी को कैंसर स्टेम सेल रिसर्च में लगभग एक दशक का अनुभव है. एक्सिओम स्पेस की वेबसाइट के अनुसार, उनके पास बायोमेडिकल साइंस में कई डिग्रियां हैं, जिनमें सऊदी अरब में अल्फैसल यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज और न्यूजीलैंड में ओटागो यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज शामिल हैं.