आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के 2 हफ्ते पहले कोलकाता के अलीपुर कोर्ट ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को उनकी पत्नी हसीन जहां द्वारा दायर घरेलू हिंसा के मामले में जमानत दे दी है।शमी के बड़े भाई मोहम्मद हसीब को भी मंगलवार, 19 सितंबर को उसी अदालत ने जमानत दे दी थी। दोनों भाई कोर्ट में पेश हुए, जहां उनके वकील ने जमानत याचिका दायर की, जिसे अंततः स्वीकार कर लिया गया।
घरेलू हिंसा का मामला मोहम्मद शमी की पत्नी ने मार्च 2018 में दर्ज करवाया था। अपनी शिकायत में, उन्होंने शमी पर शारीरिक हमला करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने शमी पर शादी के बाद अन्य महिला से अफेयर को लेकर भी विरोध किया था
पुलिस ने इस मामले में शमी और उसके बड़े भाई से भी पूछताछ की थी और दोनों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था। हालांकि, कोलकाता के कोर्ट ने उस वारंट पर रोक लगा दी थी। इसके बाद हसीन जहां ने लोवर कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए कोलकाता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हालांकि, हाई कोर्ट ने भी निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा था।
इसके बाद, उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) का रुख किया था, जिसने हाल ही में मामले को उसी निचली अदालत में फिर से निर्देशित किया। मामले में निचली अदालत में नई सुनवाई शुरू हुई, जिसने आखिरकार मंगलवार को इस मामले में क्रिकेटर को जमानत दे दी।
इस साल जनवरी में, अदालत ने भारतीय तेज गेंदबाज को हसीन जहां को 1.30 लाख रुपये मासिक गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। इसमें से 50,000 रुपये व्यक्तिगत गुजारा भत्ता के रूप में और शेष 80,000 रुपये उनकी बेटी के खर्च के लिए थे, जो उनेके साथ रह रही है। शमी 22 सितंबर से शुरू होने वाली भारत और ऑस्ट्रेलिया की 3 मैच की वनडे सीरीज में खेलते हुए नजर आएंगे। वह भारत की वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा हैं।