बीते हफ्ते रविवार (19 मार्च) को कई खालिस्तान समर्थकों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला कर दिया था. उन्होंने यह हमला भारत में खालितस्तान समर्थक अमृपाल पर हो रही कार्रवाई के मद्देनजर किया था.
खालिस्तानी प्रदर्शनकारियो ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ दिया था और दूतावास के अंदर खालिस्तानी झंडे लगा दिए थे. उनकी इस कार्रवाई से नाखुश भारतीय शुक्रवार को दूतावास के सामने इकट्ठा हुए और देश के समर्थन में नारे लगाए. उन्होंने वहां पर विरोध कर रहे खालिस्तानी समर्थकों को भाई बुलाया और उनको अपने साथ शामिल होने की गुजारिश भी की.
हालांकि दूतावास के कर्मचारियों ने जल्द ही उन झंडों को हटा दिया था. इसके बाद, प्रदर्शनकारियों का एक समूह वाणिज्य दूतावास परिसर में घुस गया था और उसके दरवाजे, खिड़कियां भी तोड़ दीं थी. इस घटना का विरोध करने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय अमेरिकी सैन फ्रांसिस्को पहुंचे और भारत के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए उन्होंने शुक्रवार को तिरंगा लहराया. उन्होंने सिखों की विनाशकारी गतिविधियों की निंदा भी की.
इस रैली के दौरान भारतीय उच्चायोग के सामने स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके. इस दौरान वहां कुछ अलगाववादी सिख भी मौजूद थे जिन्होंने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए लेकिन भारत का समर्थन कर रहे भारतीय अमेरिकियों की संख्या उनसे कहीं अधिक थी. भारतीय अमेरिकियों ने वहां पर वंदे मातरम के नारे लगाए और अमेरिका के साथ-साथ भारत का राष्ट्रध्वज भी फहराया.
#WATCH | United States: Indians gather outside the Indian consulate in San Francisco in support of India's unity pic.twitter.com/tuLxMBV3q0
— ANI (@ANI) March 25, 2023