ग्रहराज शनि सभी नवग्रहों में विशेष स्थान रखते हैं क्योंकि उन्हें न्यायाधीश का पद प्राप्त है। शनिदेव ही व्यक्ति के सभी अच्छे-बुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं। साढ़ेसाती और ढैय्या के काल में शनि राशि विशेष के लोगों को उनके कर्मों का फल देते हैं। यदि किसी व्यक्ति ने जाने-अनजाने कोई दुष्कर्म किया है तो शनिदेव उस व्यक्ति को उसके दुष्कर्मों की निश्चित सजा देते हैं। इसी कारण ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को क्रूर ग्रह भी माना जाता है। इस विशेष लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं की सावन के आखिरी शनिवार खास उपाय करके बुरे शनि से छुटकारा पाएं।
साढ़ेसाती का उपाय
चार कड़क बादाम, छोटा सा काला चकौर कपड़ा, एक लौंग, एक मोटी इलायची सावन के आखिर के शनिवार को हनुमान मंदिर में चढ़ाकर, आसन पर बैठकर 4 बादाम हाथ में लेकर उन्हें देखते हुए 2 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। फिर उसी आसन पर खड़े होकर अपनी सारी समस्याएं बादामों को देखते हुए मन ही मन बोलनी हैं। ये सोचकर की वह शनिदेव हैं। फिर उसे हनुमान जी पर चढ़ा देना है। अब हनुमान जी की आंखों में देखकर उन्हें कहना है, “मैं आपकी शरण में हूं, मेरा जीवन संभालें, काम संवारे, बुरा शनि अपने पास रखें अच्छा शनि दे दें।”
4 बादामों में से 2 बादाम वहीं रहने दें 2 बादाम उठा लें। अब काले चकौर कपड़े में एक लौंग, एक मोटी इलायची और 2 बादाम बांध कर उसकी पोटली बनाकर घर की दक्षिण दिशा में छुपाएं, जहां न तो उजाला आता हो अौर न ही किसी को नजर आएं। जनवरी 2017 के आखिर में जो शनिवार आएगा उस दिन इस पोटली को चलते पानी में किसी पवित्र नदी में बहा दें।