वाशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि देश के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता हस्तांतरण दल को विदेशी नेताओं से संपर्क करने से पहले विदेश मंत्रालय से सलाह लेनी चाहिए। एक कार्यक्रम में केरी ने कहा कि ट्रंप की विदेशी नेताओं से हुई वार्तालापों से पहले हमसे संपर्क नहीं किया गया। किस देश के कौन से नेता से बात करनी है इस बारे में हमसे कोई अनुरोध नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है ऐसी किसी भी वार्ता से पहले विदेश मंत्रालय से राय लेनी चाहिए, यह अलग बात है कि आप उस पर अमल करे या नहीं।
जो लोग यहां काम कर रहे वे काफी लंबे समय से यहां है और उन्हें दुनिया की मौजूदा स्थिति तथा परिस्थितियों के साथ साथ अमेरिका की विदेश नीति के बारे में ज्यादा बेहतर तरीके से पता है। गैरतलब है कि ट्रंप ने ताइवान की राष्ट्रपति साई यिंग-वेन से फोन पर वार्ता की थी जिसके चीन ने विरोध किया । यह सवाल भी उठ रहा कि क्या ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव होगा। हालांकि बाद में अमेरिका के निर्वाचित उप राष्ट्रपति माकइ पेंस ने कहा कि दोनों नेताओं की यह वार्ता महज ‘शिष्टाचार बातचीत’ था। 1979 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर के बाद ट्रंप पहले निर्वाचित राष्ट्रपति है जिन्होंने ताइवान के नेता से वार्ता की हो।