ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के अंदर घुसकर एयर स्ट्राइक की है। ईरान ने बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान ने ईरान को इसके गंभीर नतीजे भुगतने की चेतावनी भी दी है। पाकिस्तान के इन हमलों से बौखलाने की एक वजह ये भी है कि जैश अल अदल को पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई का खास माना जाता है। जैश अल अदल पर हमलों के बाद कई लोग पाक की जेल में बंद कुल भूषण जाधव को भी याद कर रहे हैं क्योंकि जाधव को ईरान से पाक लाने वाले अदल के ही आतंकी थे।
जैश अल अदल संगठन पहले जुंदल्लाह के साथ ही था, बाद में यह अलग हो गया। यह एक सुन्नी इस्लामी समूह है। इसका शिविर पाकिस्तान के बलूचिस्तान के हरनाई में स्थित हैं। जुंदल्लाह और जैश अल अदल का पाकिस्तान की आईएसआई के साथ घनिष्ठ संबंध है। जुंदल्लाह और जैश अल अदल के लोगों ने ही भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव का ईरान से अपहरण किया था और उनको आईएसआई को सौंप दिया था। कुलभूषण जाधव को ईरान के चाबहार से किडनैप किया गया था और जैश अल अदल उनको लेकर पाकिस्तान पहुंचा। इसके बाद पाकिस्तानी एजेंसियों ने जाधव को जासूसी मामले में फंसाया और अदालत ने मौत की सजा सुना दी। बाद में जाधव का मामला इंटरनेशनल कोर्ट तक पहुंचा। जाधव अभी भी पाकिस्तान की जेल में बंद है। ऐसे में कई लोगों ने सोशल मीडिया पर कहा है कि ईरान के जैश अल अदल पर हमले उसको जाधव के साथ की गई ज्यादती की सजा हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने जैश उल-अदल का इस्तेमाल ईरान के खिलाफ भी किया है। ईरानी अधिकारियों ने बीते कुछ समय में कई बार अपनी सीमा पर आतंकवादी गतिविधियों को पाकिस्तान के समर्थन की बात कही है।
ईरान के हमलों से भड़क गया है पाकिस्तान – पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की ओर से कहा गया है कि तेहरान ईरान ने बिना किसी वजह के पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में घुसकर हमले किए, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि पाकिस्तान की संप्रभुता के इस उल्लंघन को पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा, यह और भी चिंताजनक है कि पाकिस्तान और ईरान के बीच संचार के कई माध्यम मौजूद होने के बावजूद यह अवैध कृत्य हुआ है। पाकिस्तान में इस तरह की एकतरफा हरकतें अच्छे पड़ोसी संबंधों के अनुरूप नहीं हैं और द्विपक्षीय विश्वास और विश्वास को गंभीर रूप से कमजोर कर सकती हैं। ऐसे में ईरान को इस तरह की कार्रवाई से बचना चाहिए।
Home / News / पाकिस्तानी ISI के पिठ्ठू जैश अल-अदल पर ईरान ने किया हमला, क्या मिली कुलभूषण जाधव के साथ किए गुनाह की सजा?