बीजिंगः अमरीका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ का जवाब देने की चीन ने पूरी तैयारी कर ली है। अमरीका द्वारा 23 अगस्त से 16 अरब डॉलर के चीनी उत्पादों पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया गया है। अमरीका के इस कदम के खिलाफ चीन ने जवाबी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है और कहा है कि वह भी 200 अरब डॉलर के अमरीकी सामान पर 25 फीसदी टैरिफ लगा सकता है। इस ट्रेड वॉर से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को झटका लगेगा।
चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वार जारी बयान में कहा गया कि अमरीका की कार्रवाई अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों का उल्लंघन है और इससे चीन के हितों का नुकसान हुआ है और इसलिए यह डब्ल्यूटीओ के विवाद समाधान तंत्र के तहत अमरीका के खिलाफ मुकद्दमा दायर करेगा। चीन को खुद के न्यायपूर्ण हितों और बहुपक्षीय व्यापारिक तंत्र की रक्षा करने के लिए विवश होकर आवश्यक जवाबी कदम उठाना पड़ रहा है।
इससे पहले जुलाई में अमरीका ने चीन के 34 अरब डॉलर के सामानों पर 25 फीसदी का टैरिफ लगाया था। इसके बाद चीन ने अमेरिका पर दबाव डालने का आरोप लगाया था और कहा था कि बदले में वह भी अमरीकी सामानों पर इतना ही टैरिफ लगाएगा। बता दें किअमेरिका और चीन के बीच हर साल 650 अरब डॉलर के गुड्स और सर्विसेज का कारोबार होता है। 2 देशों के बीच यह दुनिया का सबसे बड़ी ट्रेड रिलेशनशिप है। अमरीकी उद्योग ने ट्रेड वॉर की आलोचना की है और कहा कि इससे अमरीका में कारोबार करने की लागत और बेरोजगारी बढ़ेगी।