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मैं राहुल गाँधी, सोनिया नहीं जो मोदी मुझे डरा लेंगे : केजरीवाल

 

Indian anti-corruption activist Arvind Kejriwal addresses a press conference in New Delhi, India, Friday, Nov. 9, 2012. Kejriwal alleged that the government had details of 700 Swiss bank account holders in the HSBC Bank in Geneva but declined to take action against several top Indian corporate honchos whose names figured in the list. (AP Photo/Saurabh Das)
Indian anti-corruption activist Arvind Kejriwal addresses a press conference in New Delhi, India, Friday, Nov. 9, 2012. Kejriwal alleged that the government had details of 700 Swiss bank account holders in the HSBC Bank in Geneva but declined to take action against several top Indian corporate honchos whose names figured in the list. (AP Photo/Saurabh Das)

टैंकर घोटाले में केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। (फाइल)

नई दिल्ली.टैंकर घोटाले में एफआईआर दर्ज होने से अरविंद केजरीवाल भड़क गए हैं। उन्होंने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर मोदी पर निशाना साधा। दिल्ली के सीएम ने कहा- “मोदी जी मैं राहुल, सोनिया नहीं हूं, जिसे आप डरा लोगे। अगर आप और बीजेपी गलत करेंगे तो मैं आवाज उठाता रहूंगा।” झूठी FIR करा रहे हैं मोदी….

– केजरीवाल ने कहा- “मोदी जी मुझे झुकाने के लिए, तोड़ने के लिए झूठी एफआईआर करा रहे हैं।”
– “उन्होंने मेरे पीछे सीबीआई, एसीबी सहित तमाम जांच एजेंसियां लगा रखी हैं।”
– “मैं एक चट्टान की तरह हूं जो मोदी के कुकर्मों के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं।”
– मोदी को चेतावनी देने के अंदाज में केजरीवाल ने कहा- “आप जो भी कर लो में डरूंगा नहीं, झुकूंगा नहीं।”
– “चुनाव से पहले आप सोनिया गांधी, राॅबर्ट वाड्रा के खिलाफ बयानबाजी करते थे, लेकिन सरकार आने पर इनके खिलाफ कहीं एक एफआईआर भी दर्ज नहीं कराई।”

– “मेरे ऑफिस में पहले सीबीआई की रेड कराई, अब एसीबी लगा दी है।

बीजेपी CMs के घोटालेगिनाए

– केजरीवाल ने कहा- “आप किसानों को सुसाइड के लिए मजबूर करोगे, सर्राफा कारोबारियों को बर्बाद करने की कोशिश करोगे तो मैं आपके खिलाफ आवाज उठाऊंगा।”

– “आप व्यापमं में फंसे शिवराज, लैंड स्कैम में फंसी वसुंधरा राजे, आनंदी बेन को बचाने की कोशिश करोगे तो मैं विरोध करूंगा।”
– “आप ललित मोदी और विजय माल्या को विदेश भगा दोगे तो मैं अवाज उठाऊंगा।”
– “बीजेपी के नेता हमारे अफसर की हत्या करने वालों को बचा रहे हैं, आप उन्हें बचा रहे हैं तो मैं बीजेपी का विरोध करूंगा।”
– “आप इन लोगों के खिलाफ कुछ नहीं करते, लेकिन मेरे खिलाफ एफआईआर कराते हैं, सीबीआई की रेड कराते हैं।”
– “मोदी जी आप जानते हैं आपकी लड़ाई सीधे मेरे साथ है।”

क्या है मामला?

– दिल्ली के एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को 400 करोड़ के टैंकर घोटाले में शीला दीक्षित और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ केस रजिस्टर्ड किया।

– इस मामले में एसीबी चीफ मुकेश कुमार मीणा ने कहा कि दो शिकायतें मिली थीं, उसी बेस पर एफआईआर हुई है।

– मीणा ने बताया कि ”शीला के खिलाफ केस बुक किए जाने के लिए दिल्ली सरकार के मिनिस्टर कपिल मिश्रा ने लेटर भी लिखा था।”

– ”इसके बाद दिल्ली सरकार ने मामले मेँ एसीबी से जांच किए जाने की बात कहते हुए मामले को एसीबी के पास भेज दिया था।”

– दूसरी शिकायत दिल्ली के मौजूदा सीएम के खिलाफ बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने रजिस्टर्ड कराई है।

– गुप्ता ने केजरीवाल पर 1 साल से भी ज्यादा वक्त तक घोटाले की फाइल और जांच रिपोर्ट दबाए रखने और आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया था।

– मीणा ने बताया कि मामले की जांच शुरू की जा चुकी है।

– उन्होंने यह भी बताया कि जरूरत पड़ने पर शीला और केजरीवाल दोनों को ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

टैंकर घोटाले में इन लोगों के भी नाम
– कपिल मिश्रा ने टैंकर घोटाले में जल बोर्ड के तत्कालीन चीफ, शीला दीक्षित समेत जल बोर्ड के कई मेंबर्स पर FIR की मांग की थी।

– एमएलए मतीन अहमद, बलराम तंवर, आसिफ मोहम्मद खान और कुछ आईएएस अफसरों के ख‍िलाफ FIR दर्ज किए जाने की सिफारिश की थी।

– बता दें कि जल बोर्ड ने घोटाले की जांच के लिए जेसी अलघ की अगुआई में पिछले साल 24 जून को एक कमेटी बनाई थी।

– सिटिजन फ्रंट फॉर वाटर डेमोक्रेसी नाम के NGO ने इस घोटाले का मामला उठाया था।

कैसे हुआ घोटाला?
– 400 करोड़ का टैंकर घोटाला दिल्ली में पीने के पानी की सप्लाई के लिए किराए पर टैंकरों को हायर किए जाने के दौरान सामने आया था।

– शीला के टेन्योर में दिल्ली की जिन कालोनियों में पानी की पाइप लाइनें नहीं हैं, वहां वाटर सप्लाई के लिए टैंकर किराए पर लिए जाने थे।

– जल बोर्ड को स्टेनलेस स्टील वाले 450 माउंटेड टैंकर किराए पर हायर करने थे।

– इसके लिए कई बार टेंडर निकाले गए। पहली बार मार्च 2010 में टेंडर निकाला गया। सात साल के लिए जारी टेंडर में कुल लागत 50.98 करोड़ रुपए आंकी गई थी।

– इसके कुछ दिन बाद टेंडर को कैंसल कर दिया गया। इस तरह करीब डेढ़ साल में चार बार नए सिरे से टेंडर कैंसल किए गए।

– आखिरकार दिसंबर 2011 में 10 साल के लिए टैंकरों को किराए पर लेने के लिए टेंडर एक्सेप्ट किए गए।

– लेकिन इस बार टेंडर की लागत 50.98 करोड रुपए से बढ़ाकर 637 करोड़ 23 लाख रुपए कर दी गई थी।