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भारत का ६८वां गणतंत्र दिवस : क्यों और क्या है महत्त्व

 

India-Republic-Day-2017नई दिल्ली। आज 26 जनवरी है और हम लोग अपना 68वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं। पूरा राष्ट्र ये पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाता है। 26 जनवरी यानि कि 67 साल पहले आज के ही दिन 1950 को भारत सरकार अधिनियम एक्ट हटाकर संविधान लागू किया गया था। इसी के साथ भारत एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया था। इस बार अबु धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायेद समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
भीमराव अंबेडकर हैं संविधान निर्माता- 
भारत के संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर हैं। हमारे संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे। संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने अपनाया था और 26 जनवरी 1950 को संविधान लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ लागू किया गया था। संविधान सभा ने 9 दिसंबर 1946 से अपना काम शुरू किया था।

हमारे संविधान की आत्मा है प्रस्तावना-
कई देशों के संविधान के अध्ययन के बाद भारत का संविधान बनाया गया। भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा, लिखित, सबसे कठोर के साथ-साथ सबसे लचीला संविधान कहा जाता है। हमारे संविधान की आत्मा इसकी प्रस्तावना कही जाती है।

republic-day-parade-images कैसा होता है गणतंत्र दिवस समारोह- 
26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत के राष्ट्रपति, राष्ट्र ध्वज फहराते हैं। इसके बाद राष्ट्रगान होता है। गणतंत्र दिवस पूरे देश में हर्ष के साथ मनाया जाता है। हर साल इस मौके पर राजधानी दिल्ली में राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन होता है। साथ ही कई राज्यों की प्रदर्शनी भी होती है। राज्यों की झांकी में कला, संस्कृति प्रदर्शित होती है।

राजपथ पर होने वाले प्रमुख कार्यक्रम- 
राजपथ पर राज्यों और मंत्रालयों की 23 झांकियां प्रदर्शित होंगी। इनमें छह केन्द्र सरकार के मंत्रालयों की है। बाकी राज्यों से है।

* ओडिशा -डोला जात्रा- ओडिशा की झांकी में राज्य में मनाये जाने वाले एक लोकप्रिय त्योहार ‘डोला जात्रा’ को दर्शाया गया है यह त्योहार भक्ति पंथ की परंपरा में देवी राधा और भगवान कृष्ण की यात्रा का प्रतीक है।

* अरुणाचल प्रदेश- अरुणाचल प्रदेश से झांकी याक नृत्य को प्रस्तुत करती है। जो अरुणाचल प्रदेश की बौद्ध जनजातियों के महायान संप्रदाय का सबसे प्रसिद्ध स्वांग है।

images* महाराष्ट्र- इस वर्ष को सम्मानीय स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 160 वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। लोकमान्य के रूप में लोकप्रिय तिलक भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी नेताओं में से एक थे। महाराष्ट्र की झांकी में भारत के इस महान व्यक्तित्व की 160 वीं जयंती को दर्शाया गया है।

* मणिपुर- इस प्रदेश की झांकी में लाइ हरोबा प्रदर्शित होगा। लाइ हरोबा मणिपुर के मेइती समुदाय द्वारा संरक्षित दुनिया के सबसे पुराने कर्मकांडों में से एक है।

* गुजरात- गुजरात की झांकी में कच्छ की कला और जीवन शैली प्रदर्शित होगी। इसमें महिलाओं को कढ़ाई का काम करते हुए दिखाया गया है।

* इसके अलावा लक्षद्वीप, कर्नाटकस हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, पंजाब, गोवा, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, असम की झांकी खास होगी। वहीं केंद्र सरकार की झांकी योजनाओं पर केंद्रित होंगी।1.india-republic-day_conv(2)

 

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