अम्मान। सारियाई राजधानी दमिश्क के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास इजराइल ने मिसाइल से हमला किया। जिससे वहां आग लग गई पर जनहानी होने की कोई खबर नहीं है। सीरिया की सेना ने ये आरोप इजराइल पर लगाए हैं।
सीरियाई सेना का कहना है कि इजराइल ने दमिश्क हवाई अड्डे के पास सैन्य अड्डे को निशाना बनाकर ये हमला किया है। सेना का कहना है कि ये हमला आतंकवादियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए किया गया है पर ऐसे हमले हमें रोक नहीं सकते, हम आगे बढ़ते रहेंगे।
बतायाजा रहा है कि इजराइल के निशाने पर हिजबुल्ला आयुध ठिकाना था। यह गुट लेबनान के शिया विद्रोहियों के गुट है और बशर अल असद के समर्थन में लड़ रहा है। इस गुट को ईरान का समर्थन मिला हुआ है।
सीरिया में छह साल से जारी गृहयुद्ध में इजरायल कई बार हवाई हमले कर चुका है। ज्यादातर उसके निशाने पर हिजबुल्ला के हथियारों के काफिले और ठिकाने रहे हैं। हालांकि वह इनकी पुष्टि कभी नहीं करता।
इजरायल के खुफिया विभाग के मंत्री इजरायल कात्ज ने इस बार हमले के पीछे हाथ होने के संकेत दिए हैं। अमेरिका के रेडियो आर्मी से बातचीत में उन्होंने कहा कि हिजबुल्ला को हथियारों की आपूर्ति रोकना उनकी नीति का हिस्सा है।
गौरतलब है कि सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से नाराज अमरीका ने पिछले दिनों सीरियाई एयरबेस पर बड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया है। अमेरिका ने सीरियाई एयरबेस पर 59 क्रूज मिसाइलें दागी थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद सीरियाई एयरबेस को क्रूज मिसाइलों से निशाना बनाया गया था। हमले के बाद ट्रंप ने कहा था कि मैंने केमिकल हमले के जवाब के तौर पर सीरियाई मिलिट्री कैंप को निशाना बनाने का आदेश दिया था।
बता दें कि सीरिया में हुए रासायनिक हमले में 20 बच्चों समेत तकरीबन 100 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, सीरियाई सरकार रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के आरोपों को खारिज कर रही है।