
रोजाना नहाना जरूरी नहीं है, लेकिन दो-चार दिनों तक कोर्इ शख्स नहीं नहाए तो फिर उसके पास बैठना भी मुश्किल हो जाता है। हालांकि अफ्रीका के उत्तरी नामीबिया के कुनैन प्रांत की हिम्बा जनजाति की महिलाएं कभी भी नहाती नहीं है। बावजूद इसके उन्हें अफ्रीका की सबसे खूबसूरत महिलाएं माना जाता है।
हिम्बा जनजाति की महिलाआें के लिए नहाना तो बहुत दूर की बात है वे हाथ तक नहीं धो सकती हैं। इस जनजाति में बीस से पचास हजार लोग हैं। जनजाति की परंपरा के अनुसार इन्हें नहाने की इजाजत नहीं होती है, लेकिन खुद को साफ रखने के लिए ये एक अन्य तरीका अपनाती हैं।
ये महिलाएं नहाने की बजाय जड़ी बूटियों की भाप का इस्तेमाल करती हैं। इन खास जड़ी बूटियों को पानी में उबालकर ये अपनी बाॅडी को फ्रेश रखती हैं। इससे इनके शरीर से बदबू भी नहीं आती आैर त्वचा भी महकती रहती है। वहीं त्वचा को धूप से बचाने के लिए भी ये एक तरह के लोशन को प्रयोग में लाती हैं जो कि जानवर की चर्बी आैर हैमाटाइट की धूल से तैयार होता है।
हैमाटाइट के कारण इनकी त्वचा का रंग लाल हो जाता है। साथ ही ये लोशन महिलाआें को कीड़ों के काटने से भी बचाता है। यही कारण है कि ये महिलाएं रेड मैन के नाम से जानी जाती हैं।
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