चेन्नई: तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और लोकप्रिय नेता जे जयललिता का यहां अपोलो अस्पताल में देर रात निधन हो जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल से एंबुलेंस से उनके पोस गार्डन स्थित आवास पर ले जाया गया। जयललिता के पूरे राज्य में बड़ी संख्या में समर्थक हैं और ये सभी अपनी इस लोकप्रिय नेता के अंतिम दर्शन यहां कर सकेंगे। अस्पताल से निवास स्थल ले जाते समय एंबुलेंस के साथ पुलिस का एक बड़ा काफिला भी था तथा सड़क के दोनों किनारों पर मौजूद हजारों की संख्या में समर्थकों की आंखों में आंसू थे।
मरीना बीच में होगा अंतिम संस्कार
जयललिता का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को मरीना बीच में किया जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर राजाजी हॉल में रखा गया है। इससे पहले शाम में जयललिता के निधन की अटकलें चली थीं, जिसे अपोलो अस्पताल ने तुरंत खारिज कर दिया था। तमिल चैनलों ने जयललिता के निधन की खबर दी थी।
पीएम मोदी ने जताया दुख
जयललिता के निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया है और उन्होंने कहा कि उनकी आत्मा को शांति मिले. वहीं तमिलनाडु में 7 दिन के लिए शोक की घोषणा की गई है, जिससे सभी स्कूल-कॉलेजों में 3 दिन के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। जयललिता के निधन पर उत्तराखंड और बिहार में भी एक दिन के शोक की घोषणा की गई है।
भारी पुलिस बल तैनात
जयललिता के आवास पर भी हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। दिन गुजरने के साथ बड़ी संख्या में समर्थकों तथा अन्ना द्रमुक कार्यकर्ताओं के यहां पहुंचने की संभावना है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए जयललिता के अवास परिसर के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जयललिता के शव को यहां राजाजी हाल में रखा जायेगा जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा सात दिनों के शोक की घोषणा की गई है और इस दौरान सरकारी कार्यालयों तथा इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया जाएगा। जयललिता राज्य में एक बेहद लोकप्रिय नेता थी और उनके निधन के बाद लोगों में गहरा शोक फैल गया है। प्रशंसक और समर्थक ‘अम्मा’ नाम से प्रसिद्ध मुख्यमंत्री को याद कर फूट- फूट कर रो रहे हैं।
रविवार को पड़ा था दिल का दौरा
जयललिता को दिल का दौरा पड़ने के बाद फिर से अपोलो अस्पताल के सीसीयू में हार्ट असिस्ट डिवाइस पर रखा गया. जयललिता पिछले 74 दिनों से अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं और रविवार को ही पार्टी की तरफ से उनके पूरी तरह से ठीक होने की खबर भी आई थी। जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अपोलो अस्पताल ने लंदन के डॉक्टर रिचर्ड से संपर्क किया था और दिल्ली के एम्स से डॉक्टरों की एक टीम भी इलाज के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल पहुंची थी। इलाज के लिए लंदन से डॉक्टर रिचर्ड की सलाह ली जा रही थी,लेकिन अम्मा को बचाया नहीं जा सका।