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NASA-SpaceX Rocket Launch: खराब मौसम ने टाली लॉन्चिंग, अब 30 मई की तैयारी


NASA-SpaceX Rocket Launch: NASA के JF Kennedy Space Center से दो ऐस्ट्रोनॉट्स Robert Behnken और Douglas Hurley SpaceX के Falcon 9 Rocket में Crew Dragon SpaceCraft के साथ International Space Station के लिए निकलने वाले थे। अब लॉन्चिंग 30 मई को होगी।
करीब 10 साल बाद अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के इतिहास रचने से पहले मौसम आड़े आ गया। SpaceX के Falcon 9 रॉकेट में Crew Dragon Spacecraft के साथ अमेरिका के दो वेटरन ऐस्ट्रनॉट्स इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन जाने को लॉन्च के लिए तैयार थे। लेकिन खराब मौसम की वजह से लॉन्चिंग को टालना पड़ा है। अब 30 मई को एक बार फिर लॉन्चिंग का प्रयास किया जाएगा।
कोई बात नहीं, मौसम खराब होने से रॉकेट लॉंचिंग में दो चार दिन देर तो जोरूर हो सकते हैं |
नासा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘हम आज लॉन्च नहीं करने जा रहे हैं। मौसम के हालात की वजह से लॉन्च को टाला जा रहा है। अब लॉन्च की अगली संभावना 30 मई को अमेरिकी समय के मुताबिक दोपहर 3 बजकर 22 मिनट पर होगी। इसकी लाइव कवरेज सुबह 11 बजे से शुरू होगी।’
30 मिनट पहले फैसला
दरअसल, लिफ्टऑफ से चार घंटे पहले तक लॉन्च कंट्रोलर्स ने अनुकूल मौसम के चांस 50-50 बताए थे। बारिश, बादल और तूफान NASA के केनेडी स्पेस सेंटर पर छाए रहे। हालांकि, 2 बजे के बाद यह 60 प्रतिशत तक अनुकूल हो गए लेकिन ईस्ट कोस्ट में ट्रॉपिकल तूफान की आशंका की वजह से परेशानी खड़ी हो गई। मौसम के हालात को देखते हुए लॉन्च के फैसले को टाल दिया गया।
यह है नियम
तूफान या तूफानी बाद अगल लॉन्च साइट या फ्लाइट के रास्ते के 10 नॉटिकल मील अंदर हुए, तो लॉन्च को रोका जा सकता है। बिजली या तूफान के कारण रॉकेट को नुकसान से बचाने के लिए ऐसा किया जा सकता है। अब अगली कोशिश 30 मई को की जाएगी।
NASA की धरती से 10 साल बाद लॉन्च
जेएफ केनेडी स्पेस सेंटर की इस लॉन्च साइट से NASA ने कई महत्वाकांक्षी मिशन लॉन्च किए। चांद पर जाने वाला Apollo, मंगल पर जाने वाला Mariner और भारतीय मूल की ऐस्ट्रनॉट कल्पना चावला को ले जाने वाला शटल Columbia भी यहीं से लॉन्च हुआ था। 2011 के बाद से यहां से कोई लॉन्च नहीं हुआ और अमेरिका के ऐस्ट्रोनॉट्स रूस के Soyuz रॉकेट्स से स्पेस में जाते रहे। हालांकि, अब अमेरिका की प्राइवेट कंपनियां तैयार हैं NASA के ऐस्ट्रोनॉट्स को ‘टैक्सी राइड’ देने के लिए। दरअसल, इन वीइकल्स पर NASA का अधिकार नहीं होगा, SpaceX और Boeing जैसी कंपनियां इन्हें NASA या किसी और को स्पेस में ले जा सकेंगी।
एक्सपर्ट ऐस्ट्रोनॉट रख रहे हैं नींव
ISS जाने वाले दोनों ऐस्ट्रोनॉट काफी अनुभवी हैं। NASA के ऐडमिनिस्ट्रेटर बेनकेन और डग को अमेरिका का हीरो बताते हैं। आखिरकार दोनों देश के लिए इतिहास लिखने जा रहे हैं। ब्राइडेनस्टाइन का कहना है कि दोनों ह्यूमन स्पेसफ्लाइट के नए युग की नींव रखने जा रहे हैं। दोनों ही इसके लिए बेहद एक्साइटेड भी हैं। बेनकेन स्पेस में 708 घंटे बिता चुके हैं और 6 बार स्पेसवॉक कर चुके हैं। वहीं डग 683 घंटे स्पेस में बिता चुके हैं।
Boeing से आगे निकली SpaceX
इस लॉन्च के साथ ही Elon Musk की SpaceX ऐसी पहली प्राइवेट कंपनी बन जाएगी जो ऐस्ट्रोनॉट्स को ऑर्बिट तक ले जाएगी। यह प्लान अपने तय समय से कम से कम पांच साल पीछे हो गया है लेकिन SpaceX ने Boeing को पछाड़ते हुए आखिरकार यह रेकॉर्ड अपने नाम करने की इबारत लिख डाली है। लॉन्च के लिए NASA काउंटडाउन देगी लेकिन SpaceX ही लॉन्च का आखिर सिग्नल देगी।
दुनिया की टिकी हैं निगाहें
स्पेस शटल प्रोग्राम पूरा होने के बाद साल 2011 के बाद से अमेरिका की धरती से लॉन्च बंद हो गए थे। अमेरिकी ऐस्ट्रोनॉट्स रूस की मदद से स्पेस में जाते रहे। अब NASA वापस अमेरिका की मिट्टी से अपने के ऐस्ट्रोनॉट्स को अपने देश के रॉकेट्स में बैठाकर स्पेस में भेजने के लिए एकदम तैयार हो चुका है और इस वक्त दुनिया की निगाहें उसके इसी मिशन पर टिकी हैं।