लॉस एंजलिसः अमेरिकी ने भारत के खिलाफ साजिशों को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान को कठघरे में ला खड़ा किया है। अमेरिकी ग्लोबल सिक्योरिटी रिव्यू के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भारत के भीतर सामरिक रूप से सक्रिय आतंकवादी संगठनों का समर्थन कर रही है। केवल इतना ही नहीं यह अफगानिस्तान में भी अपना अधिक प्रभाव डाल रही है। इस रिव्यू के मुताबिक ISI पर जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के कई ठोस दावे किए गए हैं। यहां तक कि जम्मू के किश्तवाड़ जिले में बीते 7 दिसंबर को हुए हमले के पीछे भी ISI का हाथ होने के दावे किए जा रहे हैं। घटना के बाद गिरफ्त में आए गुप्तचर को ISI का खबरी तक बताया गया है।
अतंर्राष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ एवं साक्षात्कारकर्ता एलेक्जेंडर गिलियर्ड ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि पाकिस्तान की ISI लगातार जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए उन्होंने 7 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ में हुई घटना का उदाहरण दिया। जहां पुलिस ने शहरान शेख नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, जो पाकिस्तान की जासूसी संस्था के लिए काम करता था। गिलियर्ड ने कहा, ‘चूंकि यहां परिस्थिति न्यायिक रूप से अनसुलझी हैं, इस घटना ने एक बार फिर से पाकिस्तान की ISI और क्षेत्र के आतंकी संगठनों के साथ उसके रिश्ते को सामने लाने का काम किया।’
गिलियर्ड ने आगे लिखा, ‘इस तसह की कोशिशों के जरिए पाकिस्तान क्षेत्रीय विरासत का प्रचार करते हुए भारत और अफगानिस्तान दोनों की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहा है। ISI न केवल बहुत से आतंकी संगठनों की मदद करता है बल्कि उन्हें पैसा भी प्रदान करता है। जिसमें अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क हैं जिसके परिणामस्वरूप ISI को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों के उल्लंघन की वजह से निंदा झेलनी पड़ी।’ गिलियर्ड ने ISI को आतंकवाद से निपटने के लिए बनाई गई नीतियों को लागू करने में असफल बताया।