बीजिंग: चीन में कैद उइगर प्रोफेसर इल्हाम तोहती को मानवाधिकार पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मानवाधिकार संगठनों के समूह की ओर से यह सम्मान मिलने के बाद उनके मामले ने फिर दुनिया का ध्यान खींचा है। उनकी कड़ी सजा की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा की गई थी।
मार्टिन एनल्स अवार्ड हर साल एमनेस्टी इंटरनैशनल, ह्यूमन राइट्स वॉच और आठ अन्य मानवाधिकार समूहों की ओर से दिया जाता है। यह पुरस्कार समारोह मंगलवार की शाम स्विटजरलैंड के जिनेवा में आयोजित किया गया। 46 वर्षीय इल्हाम को अलगाववाद के आरोप में महज 2 दिन की सुनवाई में सितंबर 2014 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
वह बीजिंग की मिंजू यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। उन्हें चीन की नीतियों के मुखर आलोचक के तौर पर माना जाता है। हालांकि उन्होंने बीजिंग के उन आरोपों को खारिज किया था जिसमें उन पर अलगाववाद और हिंसा की वकालत करने का आरोप लगाया था।