दो दशक से ज्यादा समय से अभिनय की दुनिया में सक्रिय हॉलीवुड स्टार बेन एफ्लेक का कहना है कि स्वतंत्र फिल्मों और स्टूडियो की फिल्मों के बीच फर्क अब कम रह गया है।
एफ्लेक ने ‘मॉलरैट्स’, ‘डेज्ड एंड कंफ्यूज्ड’ और ‘आर्मागेडन’ जैसी फिल्मों में काम किया है।
स्वतंत्र और व्यावसायिक सिनेमा के साथ अपने करियर के बारे में एफ्लेक ने यहां आईएएनएस सहित चुनिंदा मीडिया को बताया, ‘‘अब स्टूडियो और स्वतंत्र सिनेमा के बीच फर्क कम है। लोग ऐसी फिल्में बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कई तरह से दिलचस्प हैं जैसा 1990 के दशक और 2000 के दशक की शुरुआत में हुआ करता था … जहां मैंने ‘चेसिंग एमी’, ‘आर्मागेडन’ और फिर ‘शेक्सपियर इन लव’ के साथ शुरुआत की थी, जो दोनों का थोड़ा-सा संयोजन था।’’
ऑस्कर विजेता फिल्म निर्माता-अभिनेता ने कहा कि उन्होंने अपनी फिल्मोग्राफी में दोनों की अनुभूति को डालने की कोशिश की है।
दो ऑस्कर अवार्ड जीत चुके अभिनेता ने कहा, ‘‘मैंने अपने करियर में लोकप्रियता और कलात्मकता की अनुभूति का संयोजन करने की कोशिश की है…यह एक दिलचस्प चुनौती है।’’
एफ्लेक नेटफ्लिक्स की ओरिजनल फिल्म ‘ट्रिपल फ्रंटियर’ में नजर आएंगे, जो 13 मार्च को रिलीज होगी। जे.सी. चंदर निर्देशित फिल्म पांच पूर्व सैन्य अधिकारियों के बारे में है।
हैशटैगमीटू के दौर में जहरीले मैस्क्युलिनिटी पोस्ट से निपटने के बारे में पूछे जाने पर एफ्लेक ने कहा, ‘‘यह कड़वी सच्चाई दर्शाता है…95 फीसदी लोग जो एक-दूसरे पर बंदूक तान रहे हैं या एक-दूसरे की हत्या कर रहे हैं, पुरुष हैं। यह सच है। इस तरह की हिंसा पुरुषों के खिलाफ पुरुषों द्वारा की जाती है, ऐसा नहीं है कि महिलाएं हिंसा की शिकार नहीं होतीं…हिंसा के जरिए कुछ परेशानियों को हल करने का मामला पुरुषों में ज्यादा देखने को मिलता है…निर्देशक की इच्छा इसे समीक्षात्मक नजरिए से देखने की थी।’’
‘ट्रिपल फ्रंटियर’ में ऑस्कर इसाक, चार्ली हनम, गैरेट हेडलुंड और पेड्रो पास्कल भी हैं।