नई दिल्ली: अक्सर बच्चे जिस उम्र में खेलने के गुर सीख रहे होते हैं उस उम्र में संजय और श्रवण ने एक एप बना लिया था। कुछ अलग और नया करने के जज्बे ने ही इन दोनों बच्चों को भारत का सबसे कम उम्र का सीईओ बना दिया है। इन दोनों के टैलेंट के आगे माक्र्स जुकरबर्ग भी घुटने टेक चुके हैं।
14 साल के श्रवण और 12 साल के संजय भारत से सबसे छोटे एंटरप्रेन्योर हैं। दोनों ने मिलकर साल 2012 में ‘डिजाइन डाइमेंशन्स’ ऐप लॉन्च किया था। अब तक ये दोनों 11 ऐप डेवलप कर चुके हैं। इनकी ऐप एप्पल आईट्यून्स और गूगल प्ले स्टोर दोनों पर मौजूद हैं। बता दें इनकी कंपनी गो डिजाइन की सालाना कमाई 120 करोड रुपए हैं।
श्रवण और संजय चेन्नई के रहने वाले हैं। जब दोनों भाइयों ने पहली मोबाइल ऐप बनाया तब वह सातवीं कक्षा के स्टूडेंट थे। श्रवण कंपनी के प्रेसिडेंट, जबकि संजय सीईओ हैं। अपने टैलेंट के चलते दोनों भाई आईआईएम-बेंगलुरु और टेडेक्ट कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन दे चुके हैं। दोनों की उम्र कम है, इसलिए भारतीय कानून के मुताबिक इनकी कंपनी परिवार के दूसरे मेंबर्स के नाम पर रजिस्टर्ड है।
यूं शुरू हुआ सफर
श्रवण जब तीसरी क्लास में थे तब उनके पिता ने उन्हें डेस्कटॉप दिया। श्रवण ने पीपीटी एप्लीकेशन के बारे में पढ़ा और समझा। इसके बाद दोनों भाइयों को पीपीटी के बारे में स्कूल टीचर्स ने भी जानकारी दी। इसके बाद इनके पिता ने प्रोग्रामिंग की जानकारी दी गई। इसके बाद दोनों ने अपनी कंपनी की शुरूआत की। इन्होंने अपना दफ्तर अपने बेडरूम में खोला हुआ है जहां वह अपना काम करते हैं। इतना ही नहीं एप्पल द्वारा इन्हें भारत के सबसे यंग मोबाइल ऐप प्रोग्रामर का दर्जा हासिल है। दोनों भाइयों से चीन, यूएस और कुछ इंडियन कंपनियों ने कॉन्ट्रेक्ट किया है। अब यह दोनों ही क्यू बेसिक, जावा की जानकारी हासिल कर रहे हैं। संजय बताते हैं कि एक बार अब्दुल कलाम हमारे स्कूल आए थे और उन्हें हमारी एप्लिकेशन बेहद पंसद आई थी।