बीजिंग: अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से अभूतपूर्व शक्ति हासिल कर लेने के कारण चीन के पड़ोसियों में पहले से ज्यादा दबंग चीन की ‘‘धौंसपट्टी’’ को लेकर ‘‘बेचैनी’’ पैदा हो गई है।
पिछले साल अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार रहीं हिलेरी ने चीन से निपटने में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख की भी आलोचना की। आधुनिक चीन के सबसे ताकतवर नेता माने जाने वाले चिनफिंग राष्ट्रपति होने के साथ-साथ सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन (सीपीसी) और सेना के भी सर्वेसर्वा हैं।
सीपीसी के राष्ट्रीय अधिवेशन ने पिछले महीने चिनफिंग के पांच साल के दूसरे कार्यकाल पर मुहर लगाई थी। चीनी समाचार पत्रिका ‘कायजिंग’ के एक सम्मेलन को वीडियो ङ्क्षलक के जरिए संबोधित करते हुए क्लिंटन ने कहा, ‘‘नेतृत्व की वैधता जिम्मेदार सहयोग के जरिए कायम होती है, न कि सैन्य तैयारी, द्वीपों में मुकाबले या छोटे पड़ोसियों पर धौंस-पट्टी के जरिए।’’
हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ ने मंगलवार को खबर दी कि सैकड़ों चीनी व्यापार कार्यकारियों एवं सरकारी शोधकर्ताओं के लिए क्लिंटन के इस भाषण को प्रसारित किया गया। क्लिंटन 2009 से 2013 तक जब अमरीकी विदेश मंत्री थीं तो दक्षिण चीन सागर में संप्रभुता संबंधी विवादों और मानवाधिकारों के मुद्दे पर चीन से निपटने में उन्होंने कड़ा रुख अपनाया था। चीन समूचे दक्षिण चीन सागर पर संप्रभुता का दावा करता है। वियतनाम, मलेशिया, फिलीपीन, ब्रूनेई और ताईवान चीन के दावे का विरोध करते हैं।